निशा राठौर, मेघनगर/झाबुआ.
शुक्रवार रात वनेश्वर मारूति नंदन हनुमान कुटीर फुटतालाब में भागवत कथा के समापन अवसर पर पप्पू भैया मित्र मंडल व चुन्नु भैया मित्र मंडल के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन ने 5 घंटे तक श्रोताओं को बांधे रखा। श्री रामदास टाटवाले बाबा व महंत मुकेशदासजी महाराज ने दीप प्रज्जवलीत कर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया। मुख्य अतिथि समाजसेवी पूरणमल जैन, विद्याराम शर्मा व अमरसिंह नायक ने मां शारदे के चित्र पर माल्यापर्ण किया। रात्रि 10 बजे से शुरू हुआ कवि सम्मेलन तड़के 3 बजे तक अविराम चलता रहा।
शालिनी सरगम ने सरस्वती वंदना सहित श्रृगांरिक गीत गजलों से अपनी अमिट छाप छोडी। सुश्री सरगम ने रोज किसी का इंतजार करते है रोज ये दिल से इकरार करते है, काश कोई समझ लेता इस अबात को चुप रहने वाले भी कितना प्यार करते है, क्षेत्र के कवि निसार पठान रंभापुर ने जब सीमा पार पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहां कि कितनी बार दूध पिलायेगे हम आस्तीनों के सांपों को कब तक माफ करेगे हम पापी के पापों को पंक्तियों पर दाद बटोरी। कोटा के जावेद ने कहां कि मेरी आंखो से आए वतन की खुशबु मैं कौन हू मेरा नाम न पूछा जाए। मेरठ के हास्य कवि बलबीर सिंह खिचडी की हंसिकाएं खुब चली।
मंच के बेताज बादशाह रहे मुम्बई लाफ्टर चैम्पियन के विजेता सरदार प्रताप फजदार ने एक घंटें से भी अधिक समय तक काव्य पाठ करते हुए खुब ठहाके लगवाए, वही चंदा मामा दूर के कविता के जरिये रामदेव व दिल्ली आंदोलन पर भी राष्ट्रीय रचना के जरिये कटाक्ष किए। मीरा दीक्षित की श्रृंगारिक रचना व संचालक शशीकांत यादव की नोक झोक ने श्रोताओं को बांधे रखा।
फुटतालाब में देर रात तक हुई काव्य रस की बरसात
अप्रैल 27, 2013
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