ब्यूरो, शाहजहांपुर.
लड़की भगाने के जुर्म की सजा लड़के के बीमार पिता को झेलनी पड़ी। कैंसर से पीड़ित पिता को पुलिस ने रात को पकड़ लिया और बुरी तरह मारा पीटा। बेरहम पुलिस को इस बात की भी दया नहीं आयी कि वह सीने पर कैंसर के घाव की पट्टी बंधाने जा रहा था। लड़के के परिजनों ने रात को ही आईजी को फोन पर सूचना दी। आईजी ने पुलिस कप्तान को निर्देश दिए और उसके बाद कहीं जाकर उस बीमार को पुलिस ने सुबह 4 बजे छोड़ा।
थाना सदर बाजार के ग्राम शहबाजनगर निवासी 50 वर्षीय रामआसरे कैंसर से पीड़ित है, जिसका लड़का सतीश का गांव के ही मेवाराम की तलाकशुदा पुत्री संतोष से लम्बे समय से प्रेमप्रसंग चल रहा था। तीन दिन पूर्व सतीश अपनी प्रेमिका संतोष को लेकर भाग गया। परिजनों ने इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। बीती रात पुलिस ने सतीश के पिता को रात 10 बजे डाक्टर के घर जाते समय रास्ते में पकड़ लिया और चौकी लाकर बुरी तरह मारपीट की। रामआसरे कहता रहा कि हम कैंसर के मरीज हैं और डाक्टर के घर पट्टी कराने जा रहे हैं। मगर पुलिस को उन पर रहम नहीं आया। रात को ही रामआसरे की हालत बिगड़ने पर 108 नम्बर की गाड़ी को बुला लिया और आईजी को इस घटना की सूचना दी गई। आईजी ने तत्काल एसपी को निर्देशित किया, तब सुबह कहीं जाकर पुलिस ने उसे छोड़ा।
कैंसर पीड़ित पिता को भुगतनी पड़ी पुत्र के प्रेम की सजा
अप्रैल 14, 2013
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