ब्यूरो, बेगमगंज.
कलेक्टर जेके जैन के निर्देशानुसार पंचायत एवं सामाजिक न्याय विभाग द्वारा जनपद पंचायत के सभागार में बुधवार को बहु विकलांग एवं मंद बुद्धि शिविर आयोजित हुआ। इसमें जिला मेडीकल बोर्ड के डाक्टरों द्वारा दूर दराज के ग्रामीण अंचल से आए 67 मंद बुद्धि एवं बहुविकलांगों का परीक्षण उपरांत विकलांग सार्टिफिकेट के लिए आवेदन पत्र जमा किए गए।
जिला मेडीकल बोर्ड से नाक कान गला विशेषज्ञ डा. एके माथुर, मेडीकल स्पेशलिस्ट डा. एम अहिरवार शाम करीब साढ़े तीन बजे पहुंचे और आनन फानन में मरीजों का परीक्षण करने जुट गए। सुबह से डाक्टरों की बाट जोह रहे लोगों में अफरा तफरी मच गई और पहले मैं-पहले मैं की होड़ में गदर शुरू हो गया, जिसे बमुश्किल जनपद पंचायत इंस्पेक्टर व अन्य कर्मियों द्वारा संभाला गया। कुछ लोग डाक्टरों के विलम्ब से आने से इतने आक्रोश में थे कि उन्होने डाक्टरों को खरी खोटी सुना दी कि, दिन भर से भूखे प्यासे बैठे है और उन्हें अब समय मिला है।
डॉक्टरों ने दिलाया भरोसा और चलते बने
बुधवार को हुए बहु विकलांग एवं मंद बुद्धि शिविर में विभिन्न विकलांगों में 67 का मेडीकल परीक्षण उपरांंत पंजीयन किया गया। मेडीकल बोर्ड के अन्य डाक्टरों के नहीं आने के कारण विकलांग प्रमाण पत्र नहीं बन सके, जिन्हें डाक्टर अपने साथ ले गए और बताया कि एक सप्ताह के अंदर रायसेन मुख्यालय से बनकर आ जाएगें। आप लोगों को सूचना दे दी जाएगी तो अपने-अपने प्रमाण पत्र ले जाना।
हर बार होती है मरीजों की फजीहत
उल्लेखनीय है कि यहां से 50-50 किमी दूर सुनवाहा, नारायणपुर जैसे क्षेत्र से बमुश्किल विकलांग एवं मंद बुद्धि बच्चों को लाया गया था, जिन्हें प्रमाणपत्र लेने के लिए दोबारा फिर मशक्कत करना होगी। इसके पूर्व भी जब जब बेगमगंज में इस तरह के विकलांग शिविर लगें है तो इसी तरह उन्हें प्रमाण पत्र लेने के लिए बार-बार कार्यालय के चक्कर लगाना पड़े थे। बावजूद इसके कई विकलांगों को तो आज तक प्रमाण पत्र मिले ही नहीं हैं।
बहु विकलांग शिविर में 67 नि:शक्तों का पंजीयन
अप्रैल 10, 2013
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