प्रतिभा पर्व के द्वितीय चरण के प्रशिक्षण का राज्यअध्यापक संघ संयुक्त कर्मचारी मोर्चा द्वारा बहिष्कार किया गया। प्रशिक्षण में कुछ अध्यापकों के शामिल होने पर आंदोलनकारी प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचे और अपने साथियों के जमीर को झंझोड़ा तो सभी अध्यापक प्रशिक्षण से उठकर बाहर आ गए। अध्यापकों ने प्रतिभा पर्व के बहिष्कार को लेकर एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी को सौंपकर मांगे पूर्ण होने तक आंदोलन चलने की बात को दोहराया। वहीं अध्यापकों की समान कार्य समान वेतन, शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग के समर्थन में अभिभाषक संघ ने महामहिम राज्यपाल के नाम का ज्ञापन एसडीएम लखनसिंह तेकाम को सौंपा।
राज्य अध्यापक संघ संयुक्त कर्मर्चारी मोर्चा के प्रांतीय आव्हान पर चल रहा आंदोलन चरम पर पहुंच गया है। आंदोलन कारी अध्यापकों की आमरण अनशन के चलते स्थिती गंभीर होने के कारण जिला चिकित्सालय, रायसेन रेफर किया गया था। इसके बाद यहां से उन्हें भोपाल रेफर किया जा रहा था, लेकिन अध्यापकों ने भोपाल जाने से मना करते हुए कहा कि हम लोग ठीक है आप तो छुट्टी दे दें। इस आधार पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
आज बुधवार को अध्यापकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए बेगमगंज के वकील भी उनके समर्थन में उतर आए है। जिन्होंने राज्यपाल के नाम ज्ञापन में लिखा है कि अध्यापको की मांगे उचित है, प्रजातांत्रिक तरीके से मांगे मनवाने का उन्हें अधिकार है। उनकी सभी मांगो को अभिभाषक संघ समर्थन करता है क्योंकि प्रदेशभर में बेठे आमरण अनशनकारी अध्यापकों के शारीरिक एवं मानसिक क्षतियों के लिए राज्य सरकार उत्तरदायी है।