तारिक खान, लखनऊ.
दंगाग्रस्त टांडा पहुंचने से पहले ही कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी से सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस ने उत्तरप्रदेश में जंगलराज कायम होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि, अखिलेश सरकार टांडा की सच्चाई छुपाने के लिए पुलिसिया अत्याचार पर उतर आई है। इस घटना में सत्तारूढ़ दल के विधायक का नाम आ रहा है, उससे यह घटना और भी गंभीर हो जाती है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने कांग्रेस प्रतिनिधमंडल को अम्बेडकरनगर में रोककर गिरफ्तार किये जाने की घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि, जनपद अम्बेडकर नगर के टाण्डा में हुई हत्या के उपरान्त भड़के साम्प्रदायिक दंगे की वस्तुस्थिति का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. निर्मल खत्री, सांसद के निर्देशानुसार कांग्रेस का एक प्रतिनिधमंडल जा रहा था। पुलिस ने बलपूर्वक जनपद अम्बेडकरनगर के थाना इब्राहिमपुर के सेवागंज पुलिस चौकी पर रोककर गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि राज्य सरकार टाण्डा में हुए दंगे की सीबीआई जांच कराए और प्रदेश में साम्प्रदायिकता के माहौल को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए।
जांचदल के सदस्य मारूफ खान ने बताया कि स्थानीय लोगों के अनुसार टाण्डा में साम्प्रदायिक दंगे में सत्तादल के एक स्थानीय विधायक का हाथ है। दंगे के दौरान स्थानीय लोगों की दुकानों एवं घरों को हुए नुकसान और इस दंगे से पीड़ित परिवारों की एफआईआर पुलिस दर्ज नहीं कर रही है। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री राज बहादुर, प्रदेश कांग्रेस सदस्यता प्रभारी वीरेन्द्र प्रताप पाण्डेय‘बबलू’, सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव, अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन एवं प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मारूफ खान एवं कमाल अहमद हीरू शामिल थे।
टांडा पहुंचने से पहले ही कांग्रेस नेता गिरफ्तार
मार्च 07, 2013
0
Tags