विजय यादव, मुंबई.
मुंबई पुलिस का दबंग एसीपी वसंत ढोबले एक बार फिर से अपनी दबंगई और जांबाजी दिखाने के लिए तैयार है. वही रोबीली आवाज, हाकी स्टिक, पुलिसिया डंडा और बेनकाब होते शहर के बार मालिक. फर्क सिर्फ इतना है कि, ढोबले का यह आक्रामक अंदाज मुंबई की सड़कों, नाईट क्लबों अथवा बीयर-बारों में नहीं, बल्कि थियेटर के सिल्वर स्क्रीन पर देखने को मिलेगा.
कभी सलमान तो कभी शाहरुख खान के बयानों और हरकतों को लेकर चर्चा में रहने वाला बालीवुड अब मुंबई पुलिस के विवादित अधिकारी वसंत ढोबले पर आधारित फिल्म को लेकर नया बखेड़ा खड़ा करने जा रहा है. ‘सटरडे नाईट’ के नाम से वसंत ढोबले पर बनी फिल्म में ढोबले के किरदार को फिल्म के निर्देशक ने निगेटिव भूमिका में दिखने का प्रयास किया है. फिल्म के दृश्य में छापेमारी के दौरान महिला को तमाचा मारना, एक राजनेता के कपडे उतारकर की गयी पिटाई, महिलाओं द्वारा आयोजित डांस पार्टी में पुरुषो का कैबरे डांस, हाकर के खिलाफ की गई कार्यवाई, जैसे सीन संभव है कि, विवाद पैदा करें. इस बारे में फिल्म के निर्माता निर्देशक जयप्रकाश का कहना है कि, हमने फिल्म में कोई विवाद पैदा करने की कोशिस नहीं की है. हमने फिल्म के माध्यम से वही सच दिखाने का प्रयास किया है, जो छापेमारी के दौरान ढोबले करते रहे हैं.
गौरतलब हो कि, हाल ही में एसीपी ढोबले की एक कार्यवाई के दौरान सांताक्रूज में एक हाकर की मौत हो गयी थी, जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियां आमने-सामने आ गयी थीं. कुल मिलाकर, अगर वसंत ढोबले के किरदार को गलत तरीके से फिल्म में पेश करने की कोशिश की गई, तो शिवसेना-मनसे अपनी स्टाइल में जवाब देंगी. संभव है कि, ढोबले की छवि खराब करने का खामियाजा निर्माता को भुगतना पड़े. बहरहाल, अब तो फिल्म ‘सटरडे नाईट’ की रिलीज के बाद ही इन सारे सवालों और शंकाओं का जवाब मिल सकेगा.
एसीपी ढोबले ‘सटरडे नाईट’ का विलन
मार्च 17, 2013
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