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एमपी पीएससी - हिन्दी प्रश्नपत्र में 100 और अंग्रेजी में मात्र 85 प्रश्न

महेन्द्र सिंह ठाकुर, सीहोर.
मध्यप्रदेश पीएससी परीक्षा और गलतियों का पुराना नाता रहा है। फरवरी 24 को आयोजित हुई मध्यप्रदेश पीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्रों में इस बार भारी चूक देखने को मिली है, प्रश्न पत्र में इस दफा 15 प्रश्न गायब मिले हैं। 
एमपी पीएससी - हिन्दी प्रश्नपत्र में 100 और अंग्रेजी में मात्र 85 प्रश्न
 मप्र पीएससी परीक्षा की ए सेट में कुल 100 प्रश्न हल करने को दिए गए थे, परीक्षा प्रश्न पत्र हल करने के लिए परीक्षार्थियों को निर्देश दिए गए थे कि यदि किसी प्रश्न में किसी प्रकार की कोई मुद्रण या तथ्यात्मक प्रकार की त्रुटि हो, तो प्रश्न के हिन्दी तथा अंग्रेजी रुपांतरों में से अंग्रेजी रुपांतर मानक माना जाएगा। लेकिन परीक्षा के ए सेट में देखा गया कि हिन्दी में 100 प्रश्न अंकित थे और अंग्रेजी में मात्र 85 प्रश्न ही अंकित किए गए। ऐसे में परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र हल करने में समस्या का सामना करना पड़ा। भ्रम के शिकार परीक्षार्थियों का कहना है कि अंग्रेजी के प्रश्न न होने के कारण असमंजस की स्थिति में रहे। लोक सेवा आयोग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस प्रकार की भारी चूक विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाती है।
परीक्षार्थी खोजते रहे अंग्रेजी के प्रश्न
उल्लेखनीय है कि पीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र ए सेट में हिन्दी के परीक्षार्थियों के लिए तो पूरे 100 प्रश्न दिखाई दिए, लेकिन अंग्रेजी के मात्र 85 प्रश्न ही अंकित किए गए। इससे अंग्रेजी माध्यम के परीक्षार्थियों को काफी परेशानी का सामने करना पड़ा। निर्देशों के मुताबिक छात्र अन्य 15 प्रश्नों को खोजते रह गए, जो उन्हें नहीं मिले। परीक्षार्थियों का कहना है कि अंग्रेजी में 15 प्रश्न गायब होने के कारण वह हिन्दी के प्रश्न हल नहीं कर पाए।
मिलेंगे नंबर या दोबारा करवाई जाएगी परीक्षा
परीक्षा में इस प्रकार की भारी चूक होने के कारण अब मामले में प्रश्न यह उठता है कि क्या लोक सेवा आयोग अपनी भूल सुधारने और परीक्षार्थियों के साथ उचित हो, इसके लिए उन परीक्षार्थियों को 15 गायब प्रश्न के लिए अंक प्रदान करेंगे या फिर 14 प्रश्नों के लिए यह परीक्षा दोबारा से आयोजित की जाएगी।
लापरवाही के जिम्मेदार बच रहे हैं जवाब देने से
मध्यप्रदेश पीएससी परीक्षा में प्रश्न पत्रों में भारी चूक होने के कारण कई परीक्षार्थी भ्रम की स्थिति में रहकर परीक्षा हल नहीं कर सके। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? 24 फरवरी को पीएससी परीक्षा हुए दो सप्ताह बीत चुके हैं, लेकिन लापरवाहीभरा रवैया अपनाते हुए लोक सेवा आयोग प्रश्न पत्र गलत होने को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दे रहा है। अधिकारी बनाने वाली इस परीक्षा में इस प्रकार की भारी चूक से लोक सेवा आयोग के अधिकारियों की लापरवाही साफ तौर से उजागर होती है। जिसका खामियाजा सालभर से मेहनत कर रहे परीक्षार्थियों को उठाना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि दो वर्ष पहले भी आयोजित पीएससी परीक्षा में लोक सेवा आयोग द्वारा भारी लापरवाही बरती गए थी, जिसके कारण रिजल्ट में देरी हुई थी।

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