शमिन्दर सिंह, शाहजहांपुर.
-बीबी को मारा और बेटी को नदी में फेंका
-आज खुद भी खड़ा है मौत की कगार पर
अधिक शराब पीने से आदमी का दिमाग तो खराब होता ही है और कच्ची शराब पीने का आदी हो जाए तो परिवार ही उजड़ जाते हैं। ठीक ऐसी ही घटना थाना सेहरामऊ दक्षिण के ग्राम मियांपुर में गुजरी, जहां के निवासी हीरालाल (40) को कच्ची शराब पीने की आदत थी। इसमें लगभग अपना सबकुछ शराब के लिए बरबाद कर चुका है। अब मजदूरी कर शराब पीता है। इस समय थाना जलालाबाद क्षेत्र में गन्ने के सेन्टर पर काम कर अपना जीवन यापन करता है। बीती रात हीरालाल जलालाबाद से ग्राम मढिया में अपने दोस्तों से छिपा कर कच्ची शराब पीने गया, जहां उसने जमकर शराब पी और चार थैली जेब में डाल कर भी लाया। बिना डिग्री की यह शराब सीधे उसे मौत में मुंह में ले गयी।
मडिया से जलालाबाद आते समय किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी, जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। इस घायल को उसके दूर के एक दामाद सर्वेश ने जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया, जहां वह जिन्दगी और मौत के बीच झूल रहा है।
सर्वेश ने बताया कि हीरालाल शराब पीकर पागल हो जाता है। लगभग 5 वर्ष पूर्व इसने अपनी बीबी को अपनी जीप से टक्कर मार दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। उसके बाद एक नन्हीं सी जान अपनी बेटी को नशे की हालत में नदी में फेंक दिया था, जिससे उसकी मौत हो गयी थी। इस शराबी दरिन्दे ने अपना सब कुछ बेच कर शराब की भेंट चढा दिया और आज खुद मौत की कगार पर खडा है। आज भी उसकी जामा तलाशी में कच्ची शराब के दो पाउच उसकी जेब से बरामद हुए।
शराब के लिए लगा दिया सब-कुछ दांव पर
फ़रवरी 18, 2013
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