निपानिया जाट और खामखेड़ा में बिल्डरों का फैला आंतक
ब्यूरो, भोपाल.
कलेक्टोरेट में महिलाओं ने किया प्रदर्शन |
इस मौके पर पीड़ित महिला परवीन बानो ने बताया कि, बीते दिन गुरुवार की दोपहर उसके घर में जबरन शादाब, खालिद और बबलू घुस आए। इन लोगों ने गालियां दी और धमकाया कि, अगर सरकारी जमीन पर प्लाटिंग करने या रास्ता खोलने की कहीं भी बात की तो उसकी लड़की को स्कूल जाते हुए बीच रास्ते से उठा ले जाएंगे। बिल्डरों ने खुलेआम धमकी दी है कि, उसकी बेटी के साथ गैंगरेप करेंगे, जिसके बाद वह किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहेगी। इससे पूरा परिवार डर गया है और कक्षा 8 में पढ़ने वाली उसकी बेटी बगल के गांव हिनौतिया जागीर के स्कूल तक नहीं जा पा रही है। इससे पहले उसकी 14 वर्षीय बेटी रोज साइकिल से अपने छोटे भाई के साथ स्कूल जाती थी, लेकिन अब दहशतजदा होने के कारण घर के बाहर नहीं निकल पा रही है।
महिलाओं ने ज्ञापन सौंपते अल्टीमेटम दिया
पीड़ित महिला और उसकी बेटी |
चरोखर की जमीन पर बेजा कब्जे की लड़ाई
तहसील हुजूर के तहत ग्राम निपानिया जाट और खामखेड़ा के बीच में सरकारी निस्तार और चरोखर की जमीन पर बिल्डरों ने बेजा कब्जा करके प्लॉटिंग शुरु कर दी है। इस बारे में बीते साल शाकिर अली ने कलेक्टर की जनसुनवाई में शिकायत की थी, जिस पर कलेक्टर ने जांच के बाद सख्ती से बेजा कब्जे हटवा दिए थे। इसके बाद दोबारा सरकारी चरोखर की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है, जिसमें राजस्व कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध है। दूसरी ओर, बेजा कब्जा करने वालों ने आम रास्ते पर पानी भर दिया है और प्लॉट काटने के लिए ट्रैक्टर चलाया है। इससे कीचड़ हो गया है और दोनों गांवों के रहवासियों का निकलना दूभर हो गया है। इससे परेशान किसान और ग्रामीण शिकायत करते हैं तो बिल्डर धमकाते हैं।