ब्यूरो, शाहजहांपुर.
मैला ढोने के कलंकित कार्य से मुक्त करने के लिए कुप्रथा को समाप्त कर बच्चों के भरण पोषण हेतु वैकल्पिक व्यवस्था न होने पर तहसील जलालाबाद के ब्लाक मिर्जापुर के ग्राम बहरिया की महिलाओं ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया।
प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि भारत सरकार के आदेशों के अनुसार स्वच्छकार विमुक्त पुर्नवास योजना एवं सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार अमानवीय कार्य घोषित करके गंभीर अपराधिक कृत्य घोषित किया है। इसके बाद भी अभी तक प्रशासन की ओर से बच्चों के भरण पोषण के लिये कोई भी व्यवस्था नहीं की गयी है। उनके सामने जीविकोपार्जन का संकट उत्पन्न हो गया है। शीघ्र अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त निगम के माध्यम से रोजगार हेतु 50-50 हजार रुपए का ऋण और स्थानीय निकाय में संविदा कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया जाए। मैला ढोने से मुक्त सफाई कर्मचारियों को बीपीएल कार्ड, वृद्धावस्था, विधवा पेंशन, पट्टा आदि देकर पुर्नवासित किया जाए।
प्रार्थना पत्र देने वालों में सोने देवी, बिट्टो देवी, गीता, दर्शन देवी, कमला, मंजू, अनीता, राजो, मुन्नी, राधिका, राधा, शकुंतला, सुखदा, ज्ञान देवी, राजदेवी सहित तमाम ग्रामीण मौजूद थे।
मैला ढोने से मुक्त कर पुर्नवासित करने की मांग
जनवरी 23, 2013
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