जीआरपी सीओ शेषनाथ सिंह |
अभी तक यात्रियों के सामान का भार अपने सिर पर उठाने वाले कुली भी इस नई जिम्मेदारी का भार अपने कंधे पर मजबूती से उठाए हुए हैं। 24 घंटे स्टेशन पर रहने वाले कुली संदिग्धों पर कड़ी नजर रखेंगे और जरूरत पड़ने पर जीआरपी को सूचित भी करेंगे। यही नहीं, स्टेशन पर आने वाले सभी स्नानार्थियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में भी मदद करेंगे। जहरखुरानों और जेबकतरों से भी दर्शनार्थियों को बचाने का काम कुली करेंगे।
जीआरपी ने दर्शनार्थियों को लुटेरों के चंगुल से बचाने के लिए स्टेशन परिसर से चलने वाले टैक्सी ड्राइवरों को भी जिम्मेदारी दी हैं।
पिछले दिनों जीआरपी सीओ शेषनाथ सिंह ने कुलियों और टैक्सी ड्राइवरों की मीटिंग कराई थी। स्टेशन परिसर में आने वाले सभी लोगों पर नजर रखने वाले कुली और टैक्सी ड्राईवर को इस मीटिंग में अलग अलग जिम्मेदारियां दी गईं थीं। जीआरपी अपने मकसद में कामयाब होती भी दिख रही है। कुम्भ का एक शाही स्नान सकुशल संपन्न हो चुका है।