सिगरा में अशोक तलरेजा के ऊपर हुए प्राणघातक हमले में भी यही थे शामिल
रामसुन्दर मिश्रा, वाराणसी.
एसओजी और वाराणसी पुलिस ने पकडे छह अपराधी |
रोहनिया में हुए हरिनाथ पटेल हत्याकांड में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए वाराणसी पुलिस के ऊपर बहुत दबाव था। एसएसपी बीडी पाल्सन ने जिले की एसओजी और पुलिस को अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगाया था।
गौरतलब है कि रोहनिया में हार्डवेयर व्यवसाई की हत्या करने के बाद हौसलाबुलंद अपराधियों ने उसी दिन पुलिसिया इकबाल को चुनौती देते हुए सिगरा में भी एक कारोबारी के ऊपर जानलेवा हमला किया था। प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा बताये गए हुलिए के आधार पर पुलिस इस नतीजे पर पहुंची थी कि, दोनों वारदातों को एक ही गिरोह द्वारा अंजाम दिया गया था।
एसएसपी बीडी पाल्सन ने अपराधियों को मीडिया के सामने लाते हुए बताया कि, दोनों वारदातों के पीछे रंगदारी का ही मामला था। मनीष सिंह नामक एक अपराधी ने इन लोगों से रंगदारी की मांग की थी। रंगदारी देने से इनकार करने पर हरिनाथ पटेल की हत्या कर दी गई। जबकि अशोक तलरेजा इस गिरोह के जानलेवा हमले का शिकार हुए। पकडे गए अपराधी आज भी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए चोलापुर जा रहे थे। पुलिस की गिरफ्त में आये अपराधी विवेक कुमार सिंह निवासी कुंडरिया थाना जंसा, राजीव कुमार रघुवंशी निवासी कटारी थाना चोलापुर, धर्मेन्द्र कुमार सिंह निवासी दीनदासपुर थाना जंसा, दीपक दुबे निवासी नैपुरा थाना जंसा, केशव पाल निवासी मटुका थाना कपसेठी, अरुण कुमार सिंह निवासी कनकपुर थाना रोहनिया के रहने वाले हैं।
तलाशी में इनके पास से 32 बोर की एक रिवाल्वर और पिस्टल, 315 बोर के तीन तमंचे, 312 बोर का एक तमंचा, 16 जिन्दा कारतूस और तीन मोटरसाइकिलें बरामद हुई। गौरतलब होगा कि, रिंकू सिंह, राजीव सिंह और दीपक दुबे इसके पहले भी हत्या के साथ अन्य जघन्य अपराधों में जेल जा चुके हैं।
इन अपराधियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में एसओजी प्रभारी एसपी सिंह, उपनिरीक्षक सुनील कुमार वर्मा, उपनिरीक्षक अखिलेश मिश्रा, मुख्य आरक्षी कमलेश राय, मुख्य आरक्षी चन्द्रभान सिंह, आरक्षी वीरेन्द्र कुमार यादव, कैंट इंस्पेक्टर अनिरुद्ध सिंह, पहड़िया चौकी प्रभारी विपिन कुमार सिंह, रोहनिया थानाध्यक्ष आनंद कुमार सिंह अपने हमराहियों के साथ शामिल थे।