अजय मिश्र, ठाणे, मुंबई.
आदिवासी इलाके विक्रम गढ़ में आदिवासियों के लिए किए कार्य के बदले निधि मंजूर करने के एवज में 85 हजार रूपये की रिश्वत लेने वाले कृषि अधिकारी को ठाणे एंटी करप्शन की टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है।
विक्रमगढ़ के कृषि विभाग कार्यालय में कर्मचारी बालासाहब सत्रे की जिम्मेदारी में आदिवासियों को सुविधा उपलब्ध कराने हेतु 10 लाख रूपये की निधि शासन से आई थी। इस राशि के बदले में काम भी हो चुका था, परन्तु इसी निधि को मंजूर करने के लिए कृषि अधिकारी रावसाहब गोपालराव खरात ने 27 फीसदी का कमीशन मांगा था। 27 फीसदी के आधार पर कुल 275000 रूपये देना थे। इसमें से खरात 190000 रूपये पेशगी के तौर पर ले भी चुका था। बाकी के 85 हजार रूपये के लिए वह कर्मचारी बालासाहब सत्रे पर दबाव डाल रहा था। जिसकी शिकायत सत्रे ने ठाणे एंटी करप्शन में की। शिकायत के आधार पर पुलिस अधीक्षक संदीप कार्णिक के मार्गदर्शन में उप अधीक्षक विलास चौगले और सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर दिलीप पाटिल की टीम ने गुरुवार की शाम करीब 4 बजे विक्रम गढ़ कृषि कार्यालय में जाल बिछाकर रावसाहेब गोपालराव खरात को 85 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
27 प्रतिशत घूस लेते हुए कृषि अधिकारी रंगे हाथों गिरफ्तार
जनवरी 31, 2013
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