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रेल कोच फैक्ट्री के स्क्रैप यार्ड में आग

स्क्रैप यार्ड में थी रिजेक्टेड कोच की डेढ़ हजार से ज्यादा सीटों की रेगजीन और स्प्रिंग जले
ब्यूरो, भोपाल.


रेल कोच मरम्मत कारखाना के स्क्रै प यार्ड में आग लगने से लाखों रुपए का कबाड़ घोषित सामान जल गया। स्क्रैप यार्ड में पुराने कोच की रिजेक्टेड सीटें थीं, जिनको नीलाम किया जाना था। हालांकि, बरती गई तत्परता के नतीजे में आग फैलने से बच गई, नहीं तो बगल में ही नए कोच का यार्ड था और वहां तक आग पहुंचने पर तबाही मच जाती।
निशातपुरा स्थित रेलवे कोच रिपेयर वर्कशाप के स्क्रैप यार्ड में गुरुवार दोपहर करीब 1:30 बजे आग लग गई। इसके बाद कारखाने की दो फायर फाइटरों से आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन नाकाम रहने के बाद शाम 3:15 बजे करीब नगर निगम के फायर ब्रिगेड कंट्रोल रुम को सूचना दी गई। नगर निगम के 8 फायर फाइटर के साथ फायरमैन पहुंचे और आग बुझाने में जुट गए, जोकि शाम 7:30 बजे करीब आग पूरी तरह बुझने के बाद वापस हो गए। दरअसल, स्क्रैप यार्ड कवर्ड होने और हवा का बहाव तेज नहीं होने से अधिक नुकसान होने से टल गया। सूत्रों का कहना है कि, स्क्रैप यार्ड से 100 गज की दूरी पर ही कोच यार्ड है, जिसमें नए बने हुए कोच खडे रहते हैं।

नुकसान का अंदाजा सही नहीं लग सका
कोच फैक्ट्री में आग से नुकसान को लेकर सही आंकलन नहीं हो सका है। अधिकृत तौर पर अधिकतम डेढ़ लाख रुपए का नुकसान बताया जा रहा है, जबकि अनाधिकृत सूत्रों का दावा है कि, नुकसान कम से कम 6 से 7 लाख रुपए का हुआ है। दरअसल, स्क्रैप यार्ड में कोच से निकाली गई करीब डेढ़ हजार पुरानी बर्थें पड़ी थीं, जिनको नीलाम किया जाना था। इन बर्थों की रेगजीन और स्प्रिंग को निकालकर कबाडी अलग-अलग बेचते हैं।

डेढ़ घंटे देरी से दी सूचना

फैक्ट्री प्रबंधन ने आग लगने की सूचना फायर कंट्रोल रुम को करीब डेढ घंटे की देरी से दी, जिसके नतीजे में आग भड़क गई और नुकसान भी ज्यादा हुआ। आग दोपहर करीब 1:20 बजे शुरु हुई, जिसके बारे में कर्मचारियों को पता चलने के बाद हलचल मच गई। नगर निगम फायर कंट्रोल रुम को पहली सूचना कोच फैक्ट्री प्रबंधन के बजाय पुलिस से मिली। निशातपुरा पुलिस का फोन फायर कंट्रोल रुम में शाम 3:15 बजे आया था, जिसके तत्काल बाद ही फायर फाइटर दौड़ पडे।

एमपी नगर तक दिखाई दिया धुआं
कोच फैक्ट्री की आग का धुआं दोपहर बाद 2:30 बजे से एमपी नगर में दिखाई देने लगा था। धुएं के बादल 2:55 बजे देखने के बाद नगर निगम के फायर अधिकारी इफ्तेखार खान ने फायर कंट्रोल से रुम से पता किया कि, कहां आग लगने की सूचना है तो कहीं से सूचना नहीं थी। इसके बाद पुलिस कंट्रोल रुम से पता किया गया तो वहां भी कोई सूचना नहीं थी। इसके बाद निशातपुरा पुलिस ने फायर कंट्रोल रुम को पहली सूचना दी।

कहते हैं जिम्मेदार
कोच फैक्ट्री के स्क्रैप यार्ड में दोपहर में आग लग गई थी, जिसको दो घंटे में काबू कर लिया गया था। प्रांरम्भिक आंकलन के अनुसार करीब सवा से डेढ़ लाख का नुकसान हुआ है। आइसोलेटेड यार्ड होने से आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।
डॉ. लक्ष्मीरमण त्रिवेदी, मुख्य कारखाना प्रबंधक

दोपहर 2:55 बजे एमपी नगर में धुआं दिखाई दे रहा था, लेकिन फायर कंट्रोल रुम को इत्तला नहीं थी। पहली सूचना पुलिस से करीब सवा तीन बजे मिलने के बाद एक के पीछे 8 फायर फाइटर मय अमले के रवाना किए गए, जोकि आग को पूरी तरह से बुझाने के बाद शाम 7:30 बजे वापस हुए।
इफ्तेखार खान, फायर आफीसर, नगर निगम

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