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भाभी को पाने के लिए भाई को उतारा मौत के घाट

जगदीश शुक्ला, कैलारस, मुरैना.

परिवार से उसके मुखिया का साया उठने से बादामी वैसे ही परेशान थी, परिजन जैसे-तैसे मेहनत मजदूरी कर अपना गुजारा कर रहे थे। उस पर पूरे परिवार को जुगराज की हत्या का मुख्य संदेही बादामी का देवर राधेश्याम आये दिन जान से खत्म करने की धमकी देकर जीना हराम किये है। रही-सही कसर कैलारस थाना पुलिस पूरी कर रही है। पुलिस जुगराज की हत्या की जांच करने के बजाय बादामी को ही अपने पति की हत्या का संदेही बता रही है। 

अपनी बहू,बेटे एवं समधिन मिथलेश के साथ पीड़ित बादामी
अपनी बहू,बेटे एवं समधिन मिथलेश के साथ पीड़ित बादामी
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दो साल से नहीं हो सकी हत्या की जांच
पीड़िता ने की परिवार की सुरक्षा की मांग
देबर पर जताया पति की हत्या का संदेह

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यह पीड़ा है गोपालपुरा, तहसील खण्डार, राजस्थान निवासी बादामी बेवा जुगराज की, जो उसने पिछले दिनों मुरैना पुलिस अधीक्षक से भेंटकर व्यक्त की। इसके बाद पुलिस अधीक्षक जयदेवन ए के निर्देश पर दो वर्ष पूर्व हुए इस अंधे कत्ल की जांच कैलारस एसडीओपी ने शुरु कर दी है। इसी के चलते एसडीओपी कैलारस ने बयान देने के लिए बुलाया था, जिस पर पीड़ित बादामी और उसके परिवार वाले आये थे। पीड़िता ने बताया कि उसके देवर ने ही जुगराज की हत्या की है, क्योंकि वह उसपर गलत नजर रखता है। पीड़िता ने अपने परिवार को अपराधी किस्म के देवर राधेश्याम से खतरा होने की बात भी मीडिया कर्मियों से कही है।

देश भक्ति जनसेवा की दुहाई देने वाली पुलिस, जनसेवा के लिये कितनी तत्पर रहती है? इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि, दो वर्ष पूर्व हुई हत्या के मामले की जांच पुलिस पूरी नहीं कर सकी है। यही नहीं जांच के नाम पर पुलिस अभी तक असली हत्यारे तक पहुंचने के बजाय पीड़ित परिवार को ही न केवल प्रताड़ित करती रही है, अपितु उसका आर्थिक शोषण भी करती रही है। पीड़िता बादामी का कहना है कि हत्या का मुख्य सूत्रधार पीड़ित परिवार को लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा है।

दो साल पहले मिली थी लाश
गोविन्दपुरा तहसील खण्डार राजस्थान निवासी जुगराज 14 अप्रैल,2010 को अपने भाई राधेश्याम के साथ अपनी बेटे की पत्नी प्रीति को छोड़ने सैमई, थाना कैलारस आया था। बकौल बादामी तभी से उसका पति जुगराज लौटकर गांव नहीं पहुंचा है। इसके लगभग छह माह बाद कैलारस थाना क्षेत्र में मिली अज्ञात लाश की शिनाख्त जुगराज के रूप में कराकर पुलिस ने जांच शुरु की थी, लेकिन दो वर्ष बाद भी पुलिस की जांच एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी है। बादामी का कहना है कि, इस दौरान पुलिस ने जांच के नाम पर उल्टे उसे ही तरह-तरह से परेशान किया है। जबकि उसने पूर्व में ही अपने देवर राधेश्याम पर जुगराज की हत्या करने का संदेह जताया था, लेकिन पुलिस ने आज तक संदेही से पूछताछ तक नहीं की है और मामला ठण्डे बस्ते में डाल दिया है।



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