एम. अफसर खां ‘सागर’ , धानापुर
असल में रिकार्ड टूटने के लिए ही बनते हैं। अगर दावा सच साबित हुआ तो अमेरिका की 116 साल की बेस कूपर का वो रिकार्ड भी टूट जाएगा जो उन्हे दुनियां की सबसे ज्यादा उम्र की जीवित महिला होने का गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड ने तमगा दिया है। शायद बात समझ में न आई हो, मगर यह सही है। बेस कूपर के रिकार्ड पर दावा किया है, उत्तर प्रदेश के सबसे पिछडे व नक्सल प्रभावित जनपद चन्दौली के नौगढ़ क्षेत्र के अमृतपुर गांव की रहने वाली कौशिल्या देवी के परिजनों ने।
कौशिल्या देवी |
कौशिल्या के सबसे छोटे बेटे पांचू के मुताबिक उनके नौ भाई-बहनों में सबसे बडी बहन मंगरी देवी का जन्म 1904 ई0 में हुआ था। इस आधार पर मेरी मां की उम्र 130 साल होती है। कौशिल्या के पोते हरिश्चन्द्र ने बताया कि दादी के जन्म का उनके पास कोई दस्तावेज तो नहीं है, मगर मौखिक रूप में लोगों के द्वारा बताया जाता है कि उनकी उम्र लगभग 130 साल की है।
बात निकली तो दूर तलक जायेगी सो यह खबर प्रशासन के हुक्मरानों तक जा पहुंची। एसडीएम चकिया का अमृतपुर गांव का दौरा हुआ तो जिलाधिकारी चन्दौली पवन कुमार ने डाक्टरों की एक टीम भेजकर कौशिल्या देवी का मेडिकल परिक्षण कराया, फिलहाल जांच रिर्पोट का इंतजार है। जिलाधिकारी चन्दौली ने राजस्व व डेवलेपमेंट विभाग को भी कौशिल्या की वास्तविक उम्र पता लगाने के निर्देश दिए हैं। चन्दौली सांसद रामकिशुन यादव का कहना है कि, अगर मेडिकल जांच में कौशिल्या देवी की उम्र 130 साल की सबित हुई तो क्षेत्र के सांसद के नाते मैं इस सम्बंध में भारत सरकार से बात करूंगा।
कौशिल्या के कुनबे पर गौर फरमायें तो तकरीबन आधा गांव ही उनका परिवार है। फिलवक्त तकरीबन 175 सदस्यों का भरा-पूरा कुनबा है, जो कि गांव की आधी आबादी के बराबर है। उनके परिवार में पांच पीढ़ी के लोग शामिल हैं। उम्र के इस ढलान के बावजूद कौशिल्या देवी 6 बार भोजन करती हैं। चावल की तुलना में रोटी ज्यादा पसंद है। आज तक उन्हे किसी गम्भीर शारीरिक बीमारी ने नहीं छुआ। उनके पति धनदेव की मौत 2002 में हो चुकी है।
अब सबको इंतजार है मेडिकल जांच रिपोर्ट के साथ ही अन्य साक्ष्यों की, जिसके आधार पर कौशिल्या देवी की असल उम्र का पता चल सके। लोगों में उत्साह है कि, अगर ऐसा हुआ तो जिले की बुजुर्ग महिला दुनियाभर की दादी अम्मा बन जायेंगी।