बिल्डिंग बनाने के लिए भूमि का चयन और आवंटन की होगी कार्रवाई
ब्यूरो, बेगमगंज.
शिक्षित बेरोजगारों और नगर वासियों के लिए खुशी की खबर है कि एक बार फिर केन्द्र सरकार की योजना के तहत नगर को आईटीआई की सौगात मिलने जा रही है। वर्षो पूर्व नगर के लिए स्वीकृत आईटीआई के लिए करीब तीन वर्ष पूर्व भूमि राजस्व विभाग से चाही गई थी, लेकिन भूमि हस्तांतरित नहीं होने के कारण स्वीकृत आईटीआई बेगमगंज के बजाय बरेली स्थानांतरित कर दी गई थी। हालांकि, आईटीआई के लिए ईश्वर नगर में जमीन चिन्हित कर ली गई थी। इस भूमि पर दबंगों क ी नजर होने के कारण भूमि विभाग के नाम नहीं हो सकी थी। इसका दुष्परिणाम यह हुआ कि, आईटीआई को यहां का सहनशील युवा बेरोजगारी का दंश झेलते हुए भी दूसरी तहसील जाते हुए देखता रहा।
एकबारगी फिर से केन्द्र सरकार की तहसील स्तर पर आईटीआई खोलने की योजना के तहत इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट विभाग द्वारा भवन निर्माण हेतू भूमि उपलब्ध कराने का पत्र राजस्व विभाग को मिला है। राजस्व विभाग उपयुक्त भूमि खोज रहा है। शीघ्र ही भूमि चिन्हित करने के बाद विभाग के नाम हस्तांतरण की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इसके लिए बाकायदा कागजी प्रक्रिया के साथ ही भूमि के लिए रिकार्ड देखने का कार्य प्रारंभ हो चुका है।
आईटीआई खुलने से लाभ
आईटीआई खुलने से बेगमगंज सहित गैरतगंज, सिलवानी, सुल्तानगंज, राहतगढ़, ग्यारसपुर तहसीलों के सैकड़ों छात्र छात्राएं लाभान्वित हो सकेगें। जो गरीब परिवार अपने पुत्र पुत्रियों को दूसरे शहर जाकर प्रशिक्षण नहीं दिला पा रहे थे। उन्हें घर बैठे यह सुविधा मिलने से क्षेत्र से बेरोजगारी कम होगी।
कहां मिल सकती है भूमि
आईटीआई के लिए ईश्वर नगर, चुरक्का, कृषि मंडी के पीछे से लगी नजूल भूमि, उत्कृष्ट विद्यालय की खुली भूमि करीब 35 एकड़, महाविद्यालय के पास 5 एकड़ एवं लोहामिल के पास आठ एकड़ से अधिक भूमि के अलावा पुराना कालेज भवन आदि को चयनित कि या जा सकता है।
विभागों से होगा मशविरा
इस संबंध में तहसीलदार वृजेन्द्र रावत का कहना है कि आईटीआई के लिए भूमि देने के लिए पत्र आ चुका है। कई स्थान की भूमि चिन्हित की गई है। विभाग के अधिकारियों को बुलवाया है, वे राजस्व अमले के साथ जाकर उपयुक्त भूमि देखकर जो भूमि बताएंगें, उस भूमि के हस्तातंरण की कार्रवाई की जाएगी।
बेगमगंज को फिर मिलने वाली है आईटीआई की सौगात
दिसंबर 09, 2012
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