पुलिस की रात्रिकालीन गश्त पर लगे सवालिया निशान
बेगमगंज में एक के बाद एक लूट की वारदातों से दहशत
ब्यूरो, बेगमगंज, रायसेन.
पुलिस स्टेशन से मात्र सौ कदम दूर स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा बेगमगंज के गेट पर लगे एटीएम को रात में तोडकर साढे छह लाख रुपए लूट लिए गए। रात्रि में अज्ञात लुटेरों ने बैंक के बाहर लगी दो एटीएम में से एक को सफलता पूर्वक खोला और 6 लाख 37 हजार लूट कर चंपत हो गए। खास यही कि, बैंक की ब्रांच सागर-भोपाल मुख्य मार्ग पर पुलिस थाना से 100 कदम, एसडीएम और कोषालय से 50 कदम और वन कार्यालय से महज 10 कदम की दूरी पर है। इसके अलावा बैंक में दो दो गनमैन 24 घंटे तैनात रहते हैं।
एटीएम के विंडों को खोला
टूटे हुए एटीएम का चित्र |
घटना की जानकारी सुबह करीब सवा सात बजे सफाई कर्मचारी के आने के बाद ही पता चली, जिसने बैंक अधिकारियों को इसकी खबर दी। इसके बाद तो हड़कंप मंच गया। आनन फानन में बैंक अधिकारी दौड़े दौड़े बैंक पहुंचे और एटीएम को टूटा हुआ देखने के बाद बैंक के अधिकारियों के साथ ही पुलिस अधिकारियों को दी। बैंक अधिकारियों ने तत्काल एटीएम का शटर डाउन करके ताला डाल दिया। पुलिस के आने के बाद शटर को उठाकर एटीएम का निरीक्षण किया गया और बचे हुए नोटों की गिनती की गई।
दो लाख फेंक गए लुटेरे
एटीएम लूटने की जानकारी बैंक में आने वाले ग्राहकों तक को नहीं थी। सवा ग्यारह बजे पुलिस एवं पत्रकारों के जमावड़े को ग्राहकों ने देखा, उसके बाद घटना की जानकारी नगर में जंगल की आग की तरह फैल गई और लोग स्टेट बैंक की तरफ आना शुरू हो गए। भीड़ बढ़ती देख एटीएम का शटर लगाकर बैंक अधिकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में एटीएम में डाले गए नोटो की गिनती की। इसके बाद पता चला कि, 6 लाख 80 हजार रु. कम पाए गए जो कि लुटेरे लूट ले गए है। बताया जाता है कि शनिवार को 15 लाख रुपए एटीएम में डाले गए थे और पिछले रुपए मिलाकर कुल 31 लाख रुपए थे। एटीएम लूटने के बाद लुटेरे एटीएम के बाहर करीब दो लाख रुपए फेंक चले गए थे।
रिपोर्ट के लिए इंजीनियर का इंतजार
लूट की की रिपोर्ट करने एटीएम मैनेजर अरूण शाह एवं बैंक लेखापाल श्याम लाल थाने गए तो पुलिस ने उन्हें यह कहकर वापिस कर दिया कि, पहले कम्प्यूटर इंजीनियर को आ जाने दो। कंप्यूटर इंजीनियर की जांच उपरांत ही रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
सूत्रों की माने तो पुलिस को एटीएम तोड़ने के बजाय खोलने के तरीके से संदेह है कि, कोड का पता लुटेरों को कहीं से मिला होगा। इसी आधार पर लुटेरों के स्थानीय होने का भी शक जताया जा रहा है।
लुटेरों की चारागाह बना बेगमगंज
बेगमगंज पुलिस की निष्क्रियता और कई मामलों में संदिग्ध भूमिका के चलते बेगमगंज इलाका लुटेरों की चारागाह बन गया है। गौरतलब होगा कि, पूर्व में ग्राम ढाडिया स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में दिन दहाड़े गोलियां चलाते हुए लूट की वारदात हो चुकी है। इस लूट में हरियाणा एवं उत्तरप्रदेश के लुटेरे शामिल थे। हालांकि, नागरिकों की सजगता से नाका बंदी के दौरान सागर जिले के सीहोरा चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने पकड लिया था। इसी तरह मेन रोड स्थित संतोष ज्वेलर्स की दुकान से लुटेरे चांदी सोना लूटने के बाद तिजोरी भी साथ ले जा रहे थे, कि अचानक पड़ोसी ने आहट पाकर संतोष जैन को मोबाइल से खबर कर बुला लिया था। इसके बाद शोर मचता देख लुटेरे भाग गए, लेकिन उनका एक साथी आस पास के रहवासियों की पकड़ में आ गया था। इससे पूछताछ के बाद अन्य लुटेरे भी पकड़े जा सके थे। ठीक इसी तरह गांधी बाजार स्थित प्रकाश सर्राफ की सोने चांदी की दुकान में सेंधमारी कर लुटेरे करीब 20-25 लाख रुपए के सोने चांदी के गहने लूट ले गए थे। इसी तरह दीन दयाल कालोनी में मुन्नालाल जैन के सूने मकान से लाखों रुपए के गहने एवं नगदी की चोरी हो चुकी है, लेकिन आज तक पता नहीं चला है। पीएचई में पदस्थ देवेन्द्र सिंह गोलनदास, शिक्षक मुकेश नापित और स्टेट बैंक कालोनी में रहने वाले शिक्षक बृजेश सिंह चौहान के यहां से भी दस से बीस लाख रुपए के गहने एवं नगदी सेंधमारी कर चोरी जा चुका है। इनमें से एक भी चोरी या लूट का पता नहीं चल सका है। इन सब के अलावा कुछ साल पहले मेसर्स युनाईटेड पेट्रोल पंप पर लुटेरों ने दो कर्मचारियों की जघन्य हत्या कर करीब साढ़े तीन लाख रुपए लूटे थे, जिसका आज तक पता नहीं लग सका है।
गोलियां चलाते लूट की कोशिश
पिछले पखवाड़े सागर भोपाल मेन रोड स्थित श्री सौभाग्य ज्वेलर्स के मालिक प्रेमचंद तांतेड़ पर गोली दागते हुए झांसी के तीन लुटेरों ने एक करोड़ रुपए के सोने से भरा थैला छीनने का प्रयास किया था। हालांकि, ज्वेलर्स, उनके पुत्र व कर्मचारी ने साहस का परिचय देते हुए एक आरोपी को धर दबोचा था। लगातार हो रही लूट एवं बड़ी चोरियों को देखते हुए जनचर्चा है कि बेगमगंज लुटेरों की चारागाह बन गया है।