ब्यूरो, भोपाल.
लोकायुक्त की छापामार टीम-डीएसपी सज्जन सिंह चौहान, साधना सिंह |
डीआईजी, जेल उमेश गांधी |
लोकायुक्त पुलिस को सूचना मिलने के बाद गांधी के पुरानी जेल स्थित आवास पर मारे गये छापे में अभी तक 2.3 करोड रुपये के सावधि जमा की रसीदे, भारतीय जीवन बीमा निगम में 40 लाख रुपये का निवेश, चार लाख रुपये नगद के साथ ही भोपाल, इंदौर, जबलपुर, कटनी तथा सागर जिले में 25 सम्पत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं।
छापामार टीम-डीएसपी एचपी संधू, वीरेंद्र सिंह रघुवंशी, निरीक्षक नवीन अवस्थी |
प्रहरी भाई भी निकला करोडपति
डीआईजी का भाई अजय गांधी |
डीआईजी उमेश गांधी का छोटा भाई अजय गांधी भी जेल विभाग में ही प्रहरी है, जोकि कई सालों से भोपाल की सेंट्रल जेल में पदस्थ है। इसके निवास 27, अभिरुचि, ओल्ड सुभाष नगर में छापामारी में करोडों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि, ट्रांसफर और जेल के लिए खरीदी में कमीशन लेने का काम यही भाई अजय गांधी करता है।
बुलाए गए जौहरी
डीआईजी गांधी के आवास से नगदी और लाखों के जेवरात बरामद हुए। नगदी गिनने में लोकायुक्त टीम को करीब ढाई घंटे लगे। इसके बाद सोने और चांदी के आभूषणों का मूल्यांकन करवाने के लिए पुराने भोपाल से जौहरी और सोनी बुलाए गए।
सागर में भी छापामारी
डीआईजी गांधी का एक भाई सागर में बीज और कृषि से जुडेÞ सामान की एजेंसी चलाता है। लोकायुक्त की एक टीम ने इस एजेंसी और मकान पर भी छापा मारा।