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मार्च,13 से पहले बन जाएं सड़कें, नहीं तो खैर नहीं

मुख्यमंत्री ग्राम सड़क सम्पर्क योजना में देरी से नाराज कमिश्नर प्रवीण गर्ग ने दिया अल्टीमेटम


भोपाल.



महात्मा गांधी रोजगार गारंटी कार्यक्रम की समीक्षा
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी कार्यक्रम की समीक्षा

कमिश्नर प्रवीण गर्ग ने मुख्यमंत्री ग्राम सडक संपर्क योजना के तहत बनाई जा रही सड़कों का निर्माण हर हाल में मार्च,2013 तक पूरा करने का अल्टीमेटम दिया है। इसके साथ ही निर्माण कार्य में गुणवत्ता और समयसीमा का ध्यान रखने की ताकीद भी की है। कमिश्नर गर्ग ने मनरेगा से जुडे कार्यो को आनलाइन करने के भी निर्देश दिए।

कमिश्नर गर्ग ने सोमवार को महात्मा गांधी रोजगार गारंटी कार्यक्रम की समीक्षा करते सड़कों के निर्माण में हो रही देरी पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा कि सड़क निर्माण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और देरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने किसी भी मजदूर की मजदूरी नहीं रोकने की भी चेतावनी दी। कमिश्नर ने कहा कि जिलों में मुख्य मंत्री ग्राम सडक योजना के तहत बनाई जा रही सडकों में जहां वन विभाग की भूमि आ रही है उस भूमि पर वन विभाग द्वारा ही सडक निर्माण कार्य कराया जायेगा । संबंधित अधिकारी अपने अपने जिलों के जिला वन अधिकारी (डीएफओ) के साथ चर्चा कर कार्य को आगे बढायें। उन्होंने वन विभाग से भी कराए जा रहे काम की पूरी जानकारी तलब की। श्री गर्ग ने कहा कि वे स्वयं जल्द ही मुख्य वन संरक्षक के साथ बैठकर वन क्षेत्रों में किये जा रहे कार्यो की समीक्षा करेंगे और रूकावटों का निराकरण होगा। बैठक में संभाग के सभी जिलों के संबंधित अधिकारी मौजूद थे ।

लापवाही पर गिरेगी गाज

कमिश्नर गर्ग ने ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत भवनों के निर्माण में हो रही देरी पर संबंधित अधिकारियों की जमकर क्लास ले ली। कमिश्नर ने कहा कि अगर अधिकारी 6 से 8 घंटे ईमानदारी से कार्य करें तो काम निर्धारित समय में पूरे होंगे। उन्होंने देरी के कारणों की जानकारी पेश करने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा योजना में किये जा रहे निर्माण कार्यो की जानकारी तुरंत कम्प्यूटर पर डालने के निर्देश दिए।

तो कार्यपालन यंत्री की खैर नहीं
कमिश्नर गर्ग ने कपिल धारा योजना के अन्तर्गत कूप, नंदन फलोद्यान योजना, शैलपर्ण योजना, भूमि शिल्प योजना, सहस्त्रधारा योजना, ग्रामीण क्रीडांगन योजना, पंच परमेश्वर योजना की प्रगति की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति के लिए कार्यपालन यंत्री जिम्मेदार होंगे। इसके साथ ही निर्देशित किया कि कार्यपालन यंत्री को निर्देश दिये वे सघन मानिटरिंग कर प्रगति पत्रक तुरंत उपलब्ध कराये साथ ही कार्यपालन यंत्री और सहायक यंत्री किये जा रहे कार्यो का सत्यापन कर जानकारी प्रस्तुत करें।



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