पागल कुत्ते के काटने से विकलांग मौते के मुंहाने पर
मौत को सामने खडा देख डर से कंाप रहा विकलांग युवक
- पीएचसी पर मात्र 2 ही इन्जेक्शन लगाये
- डाक्टर ने भर्ती करने से किया इन्कार
शाहजहांपुर।
मौत को सामने खडा देख डर से थरथर कांप रहे युवक को देख कर अस्पताल परिसर मे लोगों के आंखो से आंसू रोके नहीं रूक रहे थे। विकलांग युवक कभी डाक्टरों के पैर पकड कर जिन्दगी की भींख मांग रहा था। कहीं आने जाने वाले के पैर पकड लेता था ......मुझे बचा लो एक बार। पुत्र को रोता बिलखता देख उसके साथ आयी माँ की छाती फटी जा रही थी। दोनो हाथो से अपनी बांहो में अपने पुत्र को समेट कर मानो सारे दर्द खुद में समाने की कोशिश कर रही थी। उसके करूण रूधन से जहां डाक्टर भी स्तम्भ रह गये चूंकि इस युवक इस जिला अस्पताल में कोई इलाज नहीं हो सकता था। 5 माह पहले कुत्ता काट से रेबिज अब उसके पूरे शरीर पर काबिज हो सके थे।
थाना कलान के ग्राम खानसेन निवासी दयाराम का 23 वर्षीय पुत्र धर्मेन्द्र जो पहले से पोलियो का शिकार है।5 माह पहले जून में धर्मेन्द्र किसी काम से कहीं जा रहा था तो गांव के ही एक पागल कुत्ते ने उसे बूरी तरह काट लिया था। जिसने रेबिज का इन्जेक्शन स्वास्थ्य केन्द्र कलान में लगवाये थे जहां उसके दो इन्जेक्शन ही लगाये गये। उसके बाद उसके कोई इन्जेक्शन लगाने से मना कर दिया गया। आज धर्मेन्द्र के पूरे शरीर पर रेबिज ने अपना कब्जा जमा लिया है। अब उसे पानी से बहुत डर लग रहा है और ठण्डी हवा का एक भी झोंका अगर उसे लगता है तो वह बिचलित हो उठता है अभी भी पूरे होशोहवास में बातें कर रहा है आज उसकी माँ उसे जिला अस्पताल भर्ती कराने लायी तो डाक्टरों ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया और लखनऊ में इलाज करने की सलाह दी। धर्मेन्द्र से जब संवावदाता ने बता की तो वह जोर जोर से रोके लगा और कुत्ते के इन्जेक्शन लगाये भी थे कि नहीं मुझे नहीं पता। धर्मेन्द्र को जीने के ललक अभी बाकी है। वहीं जिला अस्पताल के चीफ फार्मेसिस्ट ने बताया कि कुत्ते के इन्जेक्शन 0/3/7/28 में लगने चाहिए और बताया कि कमर से नीचे का इन्जेक्शन तब लगाना चाहिए जब कुत्ता 10 दिनों में कोई हरकत करे या मर जाये या पागल हो जाये, मगर जीवन एक बहुमूल्य है इस देखते हुए इन्जेक्शन कोर्स के साथ ही लगाये जाते है। कुत्ता पागल हो या नही। कमर से ऊपर कांटने पर इन्जेक्शन जरूर लगवाने चाहिए।
कुसूर किसका
अक्टूबर 18, 2012
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